दोस्तों अगर आप D.EL.ED Course करने के लिए सोच रहे हैं। तो इस website पर Detail में बताने जा रहा हूं। D.EL.ED Course बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं।
1. D.EL.ED Course क्या है ?
2. एडमिशन कैसे लें ?
3. योग्यता का क्या चाहिए ?
4. कैरियर संभावनाएं ?
5. क्या क्या पढ़ना होगा ?
6. फीस कितनी होगी ?
1. D.EL.ED Course क्या है ?
D.EL.ED का फुल फॉर्म Diploma In Elementary Education ये वेशकली एक Diploma Course है। जो कि 2 वर्ष का Course होता है। वेशकली इसमें 4 Semester होता है। प्रत्येक Semester का अलग-अलग एग्जाम होता है। 4 Semester Completed होने के बाद फाइनली मार्कशीट मिलती है।D.EL.ED Course की मार्कशीट और सर्टिफिकेट को यूज कर सकते हैं, कहीं भी और यहां पर जो बेसिक रिक्वायरमेंट है। कम से कम 12th पास होने चाहिए, 12th मे आपके पास 50% एटलीस्ट मार्क्स होने चाहिए। ये कतई जरूरी नहीं है की आप Art’s, Commerce, Science और Agriculture से हैं। आप किसी भी सेक्शन से हैं, किसी भी वर्ग से हैं, इसमें आप अप्लाई कर सकते हैं। किसी प्रकार का बाध नहीं है।
2. एडमिशन कैसे लें ?
प्रत्येक राज्य अपना-अपना D.EL.ED Course Organise करवाता है। और यहां पर आप हो कोई जॉब करते हैं। Teaching करते हैं। अगर आप प्राइवेट D.EL.ED Course करना चाहते हैं, तो वो भी उपलब्ध है। उसके लिए इग्नू से Course करना पड़ेगा। इग्नू एक बेसिकली मुक्त विश्वविद्यालय है। जहां बिना कोई क्लास का ये डिग्री मिल जाती है। अगर आप रेगुलर करना चाहते हैं। तो किसी भी राज्य मे कर सकते हैं।
3. योग्यता क्या चाहिए ?
सबसे कम 12th पास होना चाहिए, 12th मैं आपके पास 50% एटलिस्ट मार्क्स होने चाहिए!
4. कैरियर संभावनाएं ?
* Primary teacher
* Upar primary teacher
* Junior teacher
* Coaching centre
* Tuition teacher
* Career counselling
5. क्या पढ़ना पड़ेगा ?
* बचपन और बच्चों का विकास
* रामकालीन समाज
* एजुकेशन सोसायटी
* स्वयं को समझने की ओर
* अंग्रेजी भाषा का शिक्षा शास्त्र
* प्राथमिक के लिए गणित का शिक्षा
* अंग्रेजी में महारत
* कर्ज एवं शिक्षा
* अनुभूति समाजशास्त्रीय संदर्भ
* शिक्षक की पहचान और स्कूल की संस्कृति
* नेतृत्व और परिवर्तन
* पर्यावरण अध्ययन का शिक्षण
* विविधता और शिक्षा
* स्कूल स्वास्थ्य और शिक्षा
* ललितकला और शिक्षा
6. फीस क्या होगी ?
*दोस्तों अगर आप Government या प्राइवेट संस्था से D.EL.ED करते हैं तो इसमें कोई डिफरेंस नहीं है आपको जो डिग्री मिलेगी वो इक्विवेलेंट हैं दोनो वह सभी जगह सर्वमान्य होता है और बराबर दोनों की वैल्यू है फीस में भारी डिफरेंस देखने को मिलता है अगर हम उत्तर प्रदेश के संदर्भ में बात करें तो जिसे हम सरकारी कॉलेज बोलते हैं 1 वर्ष का फीस लगभग ₹10000 है अगर संस्था की बात करें तो प्राइवेट कॉलेज की फीस लगभग ₹41000 है इसके अलावा प्राइवेट कॉलेज में अवैध फीस वसूल किया जाता है अगर 1 वर्ष की बात करो तो 15 से 30,000 रुपए तक वसूली जाती है एक विद्यार्थी से कीट के नाम पर अगर आप एडमिशन करवाते हैं तो प्राइवेट संस्था वाले 10 से लेकर 15 हजार तक वसूलते हैं इसके बाद विभिन्न समय पर प्रैक्टिकल और इंटरनल एग्जाम के लिए और भी कई समय पर प्राइवेट संस्थाओं द्वारा अवैध वसूली की जाती है अभ्यार्थियों से तो दोस्तों गवर्नमेंट कॉलेज की कि खर्च इस वर्ष का ₹10000 होगा प्राइवेट संस्था की फीस 41 हजार हो गई और उसके बाद 15 से 30 रुपए जो की बारी करता है संस्था to संस्था आप मान सकते हैं कि एवरेज ₹20000 पर ईयर एक्स्ट्रा लग जाएगा फीस अलावा प्राइवेट संस्था में एडमिशन लेते हैं तो 50 से ₹60000 आपका प्राइवेट संस्था में खर्च हो जाएगा 1 वर्ष में कुछ उम्मीद करता हूं कि बारे में आप समझ चुके होंगे कितना खर्च गवर्नमेंट कॉलेज से प्राइवेट कॉलेज में अधिक होती है