➤दोस्तों आज का जमाना कंप्यूटर और लैपटॉप का है। जिस तेजी के साथ दुनिया तरक्की कर रही है। उतना ही तेजी से नए-नए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। कैंप्यूटर पहले से ज्यादा स्मार्ट हो रहे हैं। ऐसे में इन कंप्यूटरों को बनाने के लिए भी इंजीनियर का डिमांड भी बढ़ती जा रही है। दोस्तों यही वजह है कि आज के समय में कंप्यूटर बनाने वाले इंजीनियर का डिमांड तेजी से बढ़ गई। भले ही कंप्यूटर इंसानों से तेज काम करता है। आखिर इसे बनाया है इंसान ही है दोस्तों जो कंप्यूटर बनाते हैं उसे क्या कहते हैं। उसे हार्डवेयर इंजीनियर कहते हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से आज चर्चा करेंगे कि हार्डवेयर इंजीनियर क्या है।
➤दोस्तों हार्डवेयर इंजीनियरिंग करने वाले इंजीनियरों का डिमांड आज के समय में काफी ज्यादा है। आप इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं। कंपनी छोटी हो या बड़ी हो हर जगह कंप्यूटराइज काम हो गया है। यहां तक मेडिकल और छोटे-छोटे शॉप पर भी काम हो गया है इसके वजह से हार्डवेयर इंजीनियर या फिर सरल शब्द में कहे तो कंप्यूटर बनाने वाले डिमांड दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। दोस्तों अगर आप भी हार्डवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं हो इसी क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो इस आर्टिकल के माध्यम से अंत तक थोड़ा बहुत टाइम निकाल कर पढ़ सकते हैं और अपना कैरियर भी बना सकते हैं।
S.N | HARDWARE ENGINEER |
1. | हार्डवेयर इंजीनियर क्या होता है ? |
2. | इसमें कौन-कौन से कोर्स होते हैं ? |
3. | कोर्स करने में फीस कितनी लगती है ? |
4. | कोर्स में क्या-क्या पढ़ाया जाता है ? |
5. | Qualification क्या चाहिए ? |
6. | टॉप कॉलेज कौन-कौन से हैं ? |
7. | कैरियर का क्या स्कोप है ? |
8. |
कितनी सैलरी मिलती है ? |
1. हार्डवेयर इंजीनियर क्या होता है ?
दोस्तों कंप्यूटर में हार्डवेयर उस पार्ट को कहते हैं। जिसे आप छू सकते हैं यानी कि टच कर सकते हैं। जैसे कंप्यूटर का हर वह पाठ जैसे हम छू सकते हैं उसे हम हार्डवेयर कहते हैं। दोस्तों कंप्यूटर में चाहे मॉनिटर हो राइम हो हार्ड डिक्स हो या फिर मदरबोर्ड हो यह तमाम चीजें हार्डवेयर में आते हैं। दोस्तों हमेशा अक्सर देखता होगा कंप्यूटर या लैपटॉप में कुछ खराबी आ जाने पर इसे रिपेयर कराने के लिए आपको कंप्यूटर के इंजीनियर के पास ले जाना होता है। वह आपकी कंप्यूटर या लैपटॉप को ठीक करके दे देते हैं दोस्तों जो कंप्यूटर को रिपेयरिंग करते हैं उसे हार्डवेयर इंजीनियर कहते हैं। और इसकी पढ़ाई की हार्डवेयर इंजीनियरिंग कहते हैं।
2. इसमें कौन-कौन से कोर्स होते हैं ?
दोस्तों हार्डवेयर इंजीनियरिंग में वैसे तो बहुत सारे कोर्स होते हैं। बेसिकली ए कोर्स दो तरह के होते हैं। पहला डिप्लोमा और दूसरा डिग्री कोर्स अगर आप डिप्लोमा कोर्स करते हैं तो 2 या 3 साल लगते हैं। जबकि आप डिग्री का कोर्स करते हैं 3 से 4 साल का वक्त लग जाता है। दोस्तों वैसे तो इसमें बहुत सारे कोर्स होते हैं। हम आपको कुछ उदाहरण के तौर पर बताते हैं। किस तरह के कोर्स में कराए जाते हैं।
- Hardware networking course
- Hardware diploma course
- Computer CALC course
- Computer micro-processing course
- Diploma in computer CALC
- Computer hardware Structure
3. कोर्स करने में फीस कितनी लगती है ?
दोस्तों हर कोर्स की एक निश्चित फिश होती है। फीस इस बात पर भी निर्भर करती है आप कौन से कॉलेज से हार्डवेयर इंजीनियरिंग कोर्स कर रहे हैं। मतलब सरकारी कॉलेज या प्राइवेट कॉलेज उसने भी कई कैटेगरी है जैसे कॉलेज कितना रिपोर्टेड है। इस बेस पर भी फीस निर्धारित की जाती है। दोस्तों इस में सरकारी और प्राइवेट में दोनों में अलग-अलग फीस है। वैसे आप किसी प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन लेते हैं तो 50000 से लेकर 100000 तक फीस लग सकती हैं जबकि आप सरकारी कॉलेज से करते हैं तो आपकी फीस कम लगती है।
4. कोर्स में क्या-क्या पढ़ाया जाता है ?
दोस्तों हार्डवेयर इंजीनियरिंग में बेसिक अली आपको कंप्यूटर पाठ पढ़ाया जाता है। चलिए जानते हैं कि इस आर्टिकल के माध्यम से क्या-क्या चीज सिखाया जाता है। सबसे पहले कंप्यूटर की स्ट्रक्चर कैसे की जाती है। इसके बारे में बताया जाता है और उसमें कौन-कौन से बॉडी पार्ट्स लगे होते हैं। के बारे में बताया जाता है। कंप्यूटर में पावर सप्लाई किस तरह से की जाती है। उस से रिलेटेड ज्ञान भी दिया जाता है। उसके बाद कंप्यूटर में माइक्रो प्रोसेसिंग क्या कार्य करता है। और कैसे करता है उसके बारे में बताया जाता है। कंप्यूटर मेमोरी में कार्ड और उसके structure का ज्ञान दिया जाता है। कंप्यूटर में मदर बोर्ड कैसे और क्या कार्य करता है। मदर बोर्ड कैसे बनाया जाता है उसका भी ज्ञान दिया जाता है। कंप्यूटर को कैसे असेंबल किया जाता है और कीबोर्ड और माउस के कैसे रिपेयर किया जाता है। इस से रिलेटेड इंफॉर्मेशन दी जाती है। इसी के साथ कंप्यूटर नेटवर्क की जानकारी और सीपीयू का ज्ञान दिया जाता है। सीपीयू के मदद से कंप्यूटर कैसे कार्य करता है। और इसी के साथ-साथ इनपुट और आउटपुट कार्य समझाया जाता है।
5. Qualification क्या चाहिए ?
दोस्तों जैसा कि आपको पता है इसमें डिप्लोमा और डिग्री दो अलग-अलग और कोर्स होते हैं। इसके लिए शैक्षिक योग्यता भी अलग-अलग चाहिए। हार्डवेयर इंजीनियरिंग के लिए ट्वेल्थ पास होना जरूरी है। ट्वेल्थ में मैथ और इंग्लिश विषय होना जरूरी है। इंग्लिश भाषा का ज्ञान होना जरूरी है दोस्तों अगर आप सेंट्रिया को पूरा कर लेते हैं। हार्डवेयर इंजीनियरिंग के कोर्स में आसानी से एडमिशन ले सकते हैं।
6. टॉप कॉलेज कौन-कौन से हैं ?
दोस्तों वैसे तो हार्डवेयर इंजीनियरिंग करने के लिए हर शहर में Institute मिल जाएंगे जहां से आप इस कोर्स को कर सकते हैं। अगर आप किसी बड़े कॉलेज में कराना चाहते हैं। उसके लिए आपको हम टॉप कॉलेज का नाम बताते हैं। जहां से आप इस कोर्स को कर सकते हैं। जैसे:0-
- IIT Delhi (New Delhi)
- IIT Kanpur (Kanpur)
- Bombay IIT (Mumbai)
- IIT Kharagpur (Kharagpur)
- IITM
- Chandigarh University
- Biral Institute of Technology and Science
- National Institute of Technology
- Indian Institute of hardware Technology Bangalore
- Institute of Computer technology and Engineering
7. कैरियर का क्या स्कोप है ?
दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं कि दुनिया कितनी तेजी के साथ डेवलप कर रही है पूरी दुनिया कंप्यूटर पर डिपेंड होती जा रही है। हर छोटे से छोटे काम कंप्यूटर का इस्तेमाल हो रहा है। दोस्तों अगर आप हार्डवेयर कंप्यूटर इंजीनियरिंग का काम कर लेते हैं। आप अपने भविष्य के लिए चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि जब तक कंप्यूटर का इस्तेमाल इस दुनिया में होता रहेगा। तब तक कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियरिंग का नौकरी के लिए चिंता करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
8. कितनी सैलरी मिलती है ?
दोस्तों किसी भी कोर्स को करने के पहले उसमें अपना कैरियर बनाते समय सोचकर भक्तों हर व्यक्ति के मन में एक सवाल तो जरूर आता है कि इस क्षेत्र में नौकरी करने पर सैलरी कितनी मिलेगी। दोस्तों आपको साफ-साफ बता दें कि इसमें नौकरी नहीं कर रहे हैं बल्कि खुद के हार्डवेयर के काम करके हर महीने लाखों रुपए कमा सकते हैं जबकि आप नौकरी करते हैं तो शुरुआती सैलरी 30 से 50 हजार के बीच होती है। जैसे-जैसे आप का अनुभव बढ़ेगा या फिर आप किसी बड़ी कंपनी में ज्वाइन करेंगे तो आपकी सैलरी भी बढ़ती जाएगी। दोस्तों इस आर्टिकल में बस इतना ही उम्मीद करते हैं कि आप कौन अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा और अपने कैरियर पर फोकस अवश्य करें
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